बेबी जैसवाल-नई दिल्ली।। वर्ल्ड कप में 21 फरवरी को खेला गया ऑस्ट्रेलिया-जिंबाब्वे मैच स्पॉट फिक्सिंग का साया पड़ गया है। आईसीसी अहमदाबाद में खेले गए इस मैच के शुरुआती 10 ओवर में ऑस्ट्रेलिया के धीमी गति से रन बनाने के कारणों की जांच कर रही है।
अपोनर शेन वॉटसन और ब्रॉड हैडिन ने शुरुआती 11वें ओवर तक केवल 28 रन जोड़े। वॉटसन ने 29 गेंदों पर तब तक 12 रन और हॉडिन ने 37 गेंदों पर 15 रन बनाए थे। दोनों ने ही मात्र एक-एक चौका लगाया। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए छह विकेट के नुकसान पर कुल 262 रन का स्कोर बनाया था और जिंबाब्वे को 46.2 ओवर में 171 रन पर समेट कर मैच 91 रन से जीता था।
सूत्रों का कहना है कि वॉटसन और हैडिन की धीमी शुरुआत को लेकर सवाल उठने के बाद आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधी यूनिट (एसीएसयू) ने गुपचुप तरीके से मैच की समीक्षा की। इस बात की जांच की गई कि शुरुआती ओवरों में रन बनाने की गति इतनी धीमी होने का क्या कारण था।
दूसरी तरफ, ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम ने स्पॉप फिक्सिंग के आरोपों को बकवास करार दिया है। हैडिन ने इन रिपोर्टो को हास्यास्पद कहते हुए खारिज कर दिया। हैडिन ने सिंहली स्पोर्ट्स क्लब में अभ्यास सत्र के बाद पत्रकारों से कहा, 'इस पर केवल हंसा जा सकता है। यह मजाक है।' ऑस्ट्रेलिया के टीम मैनेजर स्टीव बर्नार्ड ने भी इन रिपोर्टो पर हैरानी जताई। उन्होंने कहा, 'मैंने अपनी जिंदगी में यह सबसे बड़ी बेवकूफाना बात सुनी कि पहले दो ओवर में कोई टीम बिना किसी नुकसान के पांच रन बनाती है और उस पर संदेह किया जाता है।'
ऑस्ट्रेलियाई कोच टिम नील्सन ने कहा, 'हर किसी का यह मानना है कि वे धीमा खेले, लेकिन अगर जिंबाब्वे को हमारे खिलाफ कुछ करना था तो उन्हें अपने स्पिनरों के जरिए जल्दी विकेट लेने की जरूरत थी. हमने उसी तरह खेला जो हमें सही लगा।'
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ पहले ही चिंता जता चुके हैं कि वर्ल्ड कप का फॉर्मेट कुछ इस तरह का है कि जिससे सट्टेबाज खिलाड़ियों को फंसा सकते हैं क्योंकि सभी मजबूत टीमों का ग्रुप मैच से क्वॉर्टरफाइनल में जाना तय है। भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए बेहद रोमांचक टाई मैच को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्योंकि पूर्व ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर शेन वार्न ने मैच से पहले ही इसके टाई होने की भविष्यवाणी की थी।
manojjaiswal0.in.com
अपोनर शेन वॉटसन और ब्रॉड हैडिन ने शुरुआती 11वें ओवर तक केवल 28 रन जोड़े। वॉटसन ने 29 गेंदों पर तब तक 12 रन और हॉडिन ने 37 गेंदों पर 15 रन बनाए थे। दोनों ने ही मात्र एक-एक चौका लगाया। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए छह विकेट के नुकसान पर कुल 262 रन का स्कोर बनाया था और जिंबाब्वे को 46.2 ओवर में 171 रन पर समेट कर मैच 91 रन से जीता था।
सूत्रों का कहना है कि वॉटसन और हैडिन की धीमी शुरुआत को लेकर सवाल उठने के बाद आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधी यूनिट (एसीएसयू) ने गुपचुप तरीके से मैच की समीक्षा की। इस बात की जांच की गई कि शुरुआती ओवरों में रन बनाने की गति इतनी धीमी होने का क्या कारण था।
दूसरी तरफ, ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम ने स्पॉप फिक्सिंग के आरोपों को बकवास करार दिया है। हैडिन ने इन रिपोर्टो को हास्यास्पद कहते हुए खारिज कर दिया। हैडिन ने सिंहली स्पोर्ट्स क्लब में अभ्यास सत्र के बाद पत्रकारों से कहा, 'इस पर केवल हंसा जा सकता है। यह मजाक है।' ऑस्ट्रेलिया के टीम मैनेजर स्टीव बर्नार्ड ने भी इन रिपोर्टो पर हैरानी जताई। उन्होंने कहा, 'मैंने अपनी जिंदगी में यह सबसे बड़ी बेवकूफाना बात सुनी कि पहले दो ओवर में कोई टीम बिना किसी नुकसान के पांच रन बनाती है और उस पर संदेह किया जाता है।'
ऑस्ट्रेलियाई कोच टिम नील्सन ने कहा, 'हर किसी का यह मानना है कि वे धीमा खेले, लेकिन अगर जिंबाब्वे को हमारे खिलाफ कुछ करना था तो उन्हें अपने स्पिनरों के जरिए जल्दी विकेट लेने की जरूरत थी. हमने उसी तरह खेला जो हमें सही लगा।'
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ पहले ही चिंता जता चुके हैं कि वर्ल्ड कप का फॉर्मेट कुछ इस तरह का है कि जिससे सट्टेबाज खिलाड़ियों को फंसा सकते हैं क्योंकि सभी मजबूत टीमों का ग्रुप मैच से क्वॉर्टरफाइनल में जाना तय है। भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए बेहद रोमांचक टाई मैच को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्योंकि पूर्व ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर शेन वार्न ने मैच से पहले ही इसके टाई होने की भविष्यवाणी की थी।
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har mech fix hota hai
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