अगर आप निराशावादी हैं तो फिर इसके लिए आपके जीन जिम्मेदार हैं। एक अध्ययन की मानें तो कुछ लोगों में आनुवांशिक तौर पर नकारात्मक सोच विकसित हो जाती है।
यह अध्ययन मिशीगन विश्वविद्यालय में किया गया है। इसके मुताबिक व्यक्ति के मस्तिष्क में एक विशेष तरह का रसायन होता है, जो इस बात का निर्धारण करता है कि कोई इन्सान इस दुनिया को किस नजरिए से देखता है।
शोधकर्ताओं ने इस रसायन ‘न्यूरोपेपटाइड वाई’ (एनपीवाई) की खोज की है, जो इस बात के लिए जिम्मेदार है कि व्यक्ति आशावादी है अथवा निराशावादी है, जिस इंसान में एनवाईपी का स्तर कम होता है, वह ज्यादा नकारात्मक सोचता है और अकसर तनाव में रहता है।
अध्ययन में कहा गया है कि व्यक्ति के मस्तिष्क में एनवाईपी का स्तर आनुवंशिक तौर पर मौजूद होता है। समाचार पत्र ‘द डेलीग्राफ’ के अनुसार शोधकर्ताओं ने उम्मीद जताई है कि अगर एनवाईपी के स्तर का पहले अंदाजा लगा लिया जाए, तो व्यक्ति मानसिक कमजोरी से बच सकता है। (भाषा)
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Posted on Wednesday, February 9, 2011 |
9:35:00 PM
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